Friday 6 June 2014

तेरी बेवफाई का ही सिला है


तेरी बेवफाई का ही सिला है कि आज इक मुकाम सा हूं,
कल तक जिन राहों के लिए अनजान था।
आज उन राहों की पहचान सा हूं।